
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में स्ट्रोक और डिमेंशिया जैसी न्यूरोलॉजिकल बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. ये बीमारियां न सिर्फ व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डालती हैं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक रूप से भी उन्हें तोड़ देती हैं. एम्स (AIIMS) के न्यूरोलॉजी विभाग के विशेषज्ञों ने ब्रेन को इन गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए ऐसे आसान और प्रभावी तरीके बताए हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने मस्तिष्क को एकदम सुरक्षित रख सकते हैं.
यहाँ स्ट्रोक और डिमेंशिया से मस्तिष्क को सुरक्षित रखने के रामबाण तरीके दिए गए हैं, जो एम्स (AIIMS) के डॉक्टरों की सलाह पर आधारित हैं। ये सुझाव वैज्ञानिक आधार पर सिद्ध हैं और जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलावों के जरिए मस्तिष्क को लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं:
स्वस्थ खानपान: आपके मस्तिष्क का ईंधन
Healthy Eating: Fuel for Your Brain
आपके खानपान का सीधा असर आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर पड़ता है. एम्स के डॉक्टरों का कहना है कि संतुलित और पौष्टिक आहार स्ट्रोक और डिमेंशिया के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकता है. अपने डाइट में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और नट्स को शामिल करें. ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे मछली (सैल्मन, मैकेरल) भी ब्रेन फंक्शन के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं. जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड और अत्यधिक चीनी वाले खाद्य पदार्थों से दूरी बनाना आपके मस्तिष्क के लिए बेहतर होगा.

नियमित व्यायाम: ब्रेन को एक्टिव रखने का मंत्र
Regular exercise: The mantra to keep the brain active
शारीरिक गतिविधि सिर्फ शरीर को ही नहीं, बल्कि दिमाग को भी फिट रखती है. नियमित व्यायाम से रक्त संचार बेहतर होता है, जिससे मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलते हैं. एम्स के विशेषज्ञ रोजाना कम से कम 30 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाली कसरत की सलाह देते हैं, जैसे तेज चलना, जॉगिंग, साइकिल चलाना या स्विमिंग. योग और ध्यान भी तनाव कम करने और मानसिक स्पष्टता बढ़ाने में मदद करते हैं.

ब्लड प्रेशर और शुगर कंट्रोल: साइलेंट किलर्स से बचाव
Blood pressure and sugar control: protection from silent killers
हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) और डायबिटीज (मधुमेह) स्ट्रोक और डिमेंशिया के प्रमुख जोखिम कारक हैं. यदि आपको इनमें से कोई भी समस्या है, तो नियमित रूप से अपने ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर स्तर की जांच करवाएं और इसे नियंत्रित रखने के लिए डॉक्टर की सलाह का पालन करें. दवाएं, जीवनशैली में बदलाव और स्वस्थ आहार इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.


मानसिक सक्रियता: ब्रेन को चुनौती देना है जरूरी
Mental activity: It is important to challenge the brain
अपने मस्तिष्क को लगातार चुनौती देना उसकी कार्यक्षमता को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है. नई चीजें सीखें, जैसे कोई नई भाषा, वाद्य यंत्र बजाना, या कोई नया कौशल. पहेलियाँ सुलझाएं, किताबें पढ़ें और दिमागी खेल खेलें. सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा लेना और दोस्तों व परिवार के साथ समय बिताना भी मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. ये गतिविधियां न्यूरॉन्स के बीच कनेक्शन को मजबूत करती हैं और संज्ञानात्मक गिरावट को धीमा करती हैं.

पर्याप्त नींद और तनाव प्रबंधन: ब्रेन को आराम देना
Adequate sleep and stress management: Giving the brain a rest
नींद आपके मस्तिष्क के लिए बेहद जरूरी है नींद के दौरान मस्तिष्क दिनभर की जानकारी को संसाधित करता है और खुद की मरम्मत करता है. वहीं, तनाव भी मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव डालता है. तनाव को प्रबंधित करने के लिए ध्यान, गहरी सांस लेने के व्यायाम, हॉबीज में लिप्त होना या प्रकृति के करीब समय बिताना जैसी तकनीकें अपनाएं.

नियमित व्यायाम करें (30 मिनट प्रतिदिन)
Exercise regularly (30 minutes a day)
- कैसे मदद करता है: शारीरिक गतिविधि मस्तिष्क में रक्त संचार को बढ़ाती है, जिससे न्यूरॉन्स को ऑक्सीजन और पोषण बेहतर तरीके से मिलता है।

संतुलित और मस्तिष्क के अनुकूल आहार लें (Brain-Healthy Diet)
Eat a balanced and brain-friendly diet
- क्या खाएं: हरी सब्जियाँ, बेरीज़, ओमेगा-3 युक्त मछली (जैसे सैल्मन), नट्स, ऑलिव ऑयल।
- डॉक्टरी सलाह: ‘MIND diet’ या ‘Mediterranean diet’ अपनाना मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में बेहद कारगर है।
ब्लड प्रेशर और शुगर को नियंत्रित रखें
Control blood pressure and sugar
- कैसे मदद करता है: हाई बीपी और डायबिटीज स्ट्रोक और डिमेंशिया दोनों के बड़े कारण हैं।
- डॉक्टरी सलाह: साल में एक बार हेल्थ चेकअप जरूर कराएं, दवाइयाँ नियमित लें और तनाव न लें।
मानसिक तनाव से बचें और मानसिक कसरत करें
Avoid mental stress and do mental exercise
- क्या करें: मेडिटेशन, संगीत सुनना, नई चीज़ें सीखना (जैसे नई भाषा), शतरंज खेलना।
- डॉक्टरी सलाह: मानसिक गतिविधियाँ ब्रेन सेल्स के बीच के कनेक्शन को मजबूत करती हैं और डिमेंशिया की शुरुआत को टाल सकती हैं।
नशे से दूर रहें और नींद पूरी लें
Stay away from drugs and get enough sleep
- नशा: शराब, धूम्रपान और ड्रग्स मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं।
निष्कर्ष:
एम्स के न्यूरोलॉजिस्ट्स मानते हैं कि अगर हम इन जीवनशैली सुधारों को अपनाते हैं, तो न सिर्फ स्ट्रोक और डिमेंशिया से बच सकते हैं, बल्कि मस्तिष्क को लंबे समय तक तेज़ और स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।
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